Gurugram Metro: हरियाणा के गुरुग्राम में मेट्रो विस्तार परियोजना को मिली मंजूरी, खर्च होंगे 5452.72 करोड़ रुपये
Gurugram Metro Expansion: हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह ने गुरुग्रामवासियों को एक बड़ी सौगात देते हुए मेट्रो नेटवर्क के विस्तार की घोषणा की है। मिलेनियम सिटी सेंटर से रेलवे स्टेशन, सेक्टर-22 और साइबर सिटी को जोड़ने वाली इस परियोजना पर 5452.72 करोड़ रुपये की लागत आएगी। मुख्यमंत्री ने यह जानकारी गुरुग्राम में आयोजित एक बैठक में दी जिसमें उद्योग मंत्री राव नरबीर सिंह और पूर्व विधायक बिमला चौधरी भी उपस्थित थीं।
मेट्रो निर्माण कार्य मई 2025 से होगा शुरू
मुख्यमंत्री ने बताया कि मेट्रो विस्तार का निर्माण कार्य 1 मई 2025 से आरंभ होगा और इसे चार वर्षों में पूरा किया जाएगा। अधिकारियों को निर्देश दिया गया है कि मेट्रो के काम को तेजी से पूरा किया जाए और इस दौरान नागरिकों को न्यूनतम असुविधा हो। यातायात को सुचारू बनाए रखने के लिए विशेष योजनाएं तैयार की जाएंगी।
प्रोजेक्ट की फंडिंग और तकनीकी विशेषताएं
इस मेट्रो प्रोजेक्ट में केंद्र सरकार 896.19 करोड़ रुपये और हरियाणा सरकार 4556.53 करोड़ रुपये का योगदान देगी।
- ट्रेन की स्पीड और तकनीक: यह मेट्रो सीबीटीसी (कम्युनिकेशन बेस्ड ट्रेन कंट्रोल) सिग्नल प्रणाली पर आधारित होगी और अधिकतम गति 80 किलोमीटर प्रति घंटा होगी। शुरुआत में इसमें तीन कोच होंगे जिन्हें बाद में बढ़ाकर छह कोच किया जाएगा।
- पटरियों का मानक: मेट्रो का निर्माण स्टैंडर्ड गेज पटरियों पर होगा।
27 स्टेशन और 28.50 किलोमीटर की दूरी
मेट्रो नेटवर्क की कुल लंबाई 28.50 किलोमीटर होगी जिसमें 27 स्टेशन बनाए जाएंगे। इनमें से आठ स्टेशन मॉडर्न मॉडल के होंगे। इसके अतिरिक्त एक डिपो भी निर्मित किया जाएगा। इस परियोजना की आधारशिला प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 16 फरवरी 2024 को रेवाड़ी में रखी थी।
जियो टेक्निकल इन्वेस्टिगेशन और सिविल पैकेज
गुरुग्राम मेट्रो रेल लिमिटेड ने बताया कि परियोजना के पहले चरण में 13 किलोमीटर का जियो टेक्निकल इन्वेस्टिगेशन पूरा हो चुका है। सिविल, आर्किटेक्चर और इलेक्ट्रिकल कार्य पहले ही शुरू हो चुके हैं।
- पहला सिविल पैकेज: मिलेनियम सिटी सेंटर से सेक्टर-9 और सेक्टर-101 द्वारका तक (13 किलोमीटर), जिसके लिए 31 जनवरी 2025 तक टेंडर जारी किए जाएंगे।
- दूसरा सिविल पैकेज: सेक्टर-9 से साइबर सिटी तक (13 किलोमीटर), जिसके लिए 15 फरवरी 2025 तक टेंडर मंगवाए जाएंगे।
निर्माण के दौरान फ्लाईओवर और अंडरपास
मेट्रो निर्माण के दौरान यातायात को सुगम बनाने के लिए पांच अंडरपास और फ्लाईओवर बनाए जाएंगे। इसके लिए बेहतर योजना और समयबद्ध क्रियान्वयन सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए हैं। मेट्रो विस्तारीकरण को समय पर पूरा करने के लिए कार्यकारी और समन्वय समितियां बनाई गई हैं। ये समितियां परियोजना से जुड़े विभिन्न मुद्दों का समाधान करेंगी और सभी विभागों के बीच तालमेल सुनिश्चित करेंगी।
औद्योगिक शहरों की योजना पर चर्चा
बैठक में गुरुग्राम मेट्रो प्रोजेक्ट के अलावा 10 नए औद्योगिक शहर बसाने की योजना पर भी चर्चा हुई। कुंडली-मानेसर-पलवल एक्सप्रेसवे के साथ पंचग्राम योजना के तहत इन शहरों को विकसित करने पर विचार किया जा रहा है। गुरुग्राम मेट्रो प्रोजेक्ट न केवल नागरिकों को बेहतर परिवहन सुविधा प्रदान करेगा बल्कि इसे गुरुग्राम के समग्र विकास का एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है।